
2 खतरनाक डरावनी कहानी – Horror Story In Hindi
1. —- काला जादू
» काला जादू की कहनी ये कहनी 2004 मे घटी पश्चिम बंगाल की एक छोटी सि गाँव की है। जहाँ कल्पना अपने माँ के साथ अकेली रहती थी । कल्पना की माँ काला जादू की साधना करती थी । और उसने सफल होकर काला जादू को प्राप्त कर लिया था।
» कल्पना के पिता जी को यह सब बिल्कुल नही पसंद था । कल्पना की माँ की माँ के काला जादू मे सबसे बड़ा बाधा बनने के कारण कल्पना की माँ ने अपने ही पति को काला जादू से मार दिया।
» लेकिन यह बात कल्पना को पता नही थी । उसकी माँ ने उसे बताया की तुमहरे पिता जी एक गंभीर बीमारी के कारण चल बसे । कल्पना तब बहुत छोटी थी उसे यह सब के बारे मे बिल्कुल भी नही पता था।
» वह गाँव के लोगों की हर तरह से मदद करती लेकिन, उसे काला जादू के साधन के लिए किसी मासूम मनुष्य की बलि देनी पड़ती थी । तब वह किसी बच्चे के ऊपर काला जादू करके उस बच्चे को मार डालती थी।
» कल्पना की माँ हर अमावस की आधी रात मे उसी गाँव के जंगल मे जाकर काला जादू की साधना करती थी। काली शक्तियों की साधना करने के लिए और बुरी आत्मा , भूत प्रेत को अपने बस मे करने के लिए वह औरत जानवरों और छोटे बच्चों की बलि देती थी।
» अपने काली जादूओ के ताकत से लोगों पर बुरी आत्मा छोड़ देती थी । और फिर वो उन लोगों से बुरे काम करवाती थी। धीरे – धीरे उसकी हरकते गाँव के लोगों को पता चलने लगी।
» जब कल्पना की माँ का पर्दा फास हुआ तब कल्पना वह घर छोड़ कर अपने मामा के घर रहने चली गई। और गाँव के लोग उस औरत को चुड़ैल कहकर बुलाते थे और गालियां भी देने लगे।
» कल्पना के जाने के बाद भी उसने काला जादू नहीं छोड़ा । वह दुनिया की सबसे ज्यादा ताकतवर औरत बनना चाहती थी । और इस दुनिया मे राज करना चाहती थी।
» उसने और ज्यादा ताकतवर बनने के लिए सारी हदे पार कर दी। वह कभी मासूम बच्चे तो कभी महिलाओ की बलि चढ़ाती थी। और वो कभी किसी भी मंदिर या मस्जिद मे नही जाया करती थी । और वह भगवान से बहुत डरती थी।
» गाँव के लोगों ने भी उसके पास जाना छोड़ दिया। कोई भी लोग उस औरत से बात नही करते थे ना ही उससे किसी भी प्रकार का संपर्क रखते थे। वो अकेली थी और काला जादू की साधना करती थी और वह लोगों पर बुरी शक्ति आजमाती थी।
» उसने काला जादू से इतनी शक्तियां हासिल कर ली थी की वह जब भी जो चाहे वो हासिल कर सकती थी। कुछ साल बाद कल्पना की माँ अचानक से बहुत बीमार हो गई।
» कल्पना की माँ भूल चुकी थी की भगवान की नैया विचार और अपने कर्मों के फल उसे उसी जीवन मे भोग करना होगा । और एक दिन ना एक दिन बुराई का अंत होने ही वाला था।
» और वह दिन अब करीब आने लगा कल्पना की माँ इतनी बीमार हो चुकी थी। की उसकी काला जादू भी हार मान गया । और डॉक्टर भी उसका इलाज नही कर पाए ।
» उसने जितनी भी बुरी शक्ति को अपने बस मे किया था। वह उल्टा उसी कर ऊपर हवी हो गया। उसकी देखभाल करने के लिए कोई भी उसके आस – पास नही था।
» एक अमावस की रात जिन लोगों की उसने बलि दी थी उन आत्माओ ने मिलकर उसी को मार डाला और वह सभी उसे अपने साथ अपनी दुनिया ले गए ।
» गाँव की लोग ने कहा जैसा कर्म किया है वैसे ही फल मिला। ठीक हुआ जो उसकी बेरहमी से मौत हुआ। अब इस गाँव से एक खतरनाक चुड़ैल से मुक्त है।
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2. ——- चुड़ैल की कहानी डरावनी
» ये कहानी असम की एक घने जंगल की है। जो रात होते ही भयानक चीखे और दर्द भरी रोने की आवाज मे पास की गाँव मे बसे लोगों का दिल दहेलने उठता है।
» ये कहानी 50 साल पहले की। यहाँ के लोगों का कहना है , की इस जंगल मे के बहुत ही खूंखार चुड़ैल रहती है और इस गाँव और आस पास के गाँव की बहुत सारे लोगों इस भयानक चुड़ैल का शिकार बन चुके है ।
» वह गाँव की एक बुजुर्ग रामलाल का कहना है कि वह और उसके तीन साथी उस घने जंगल मे रहने वाली वह भयानक चुड़ैल की एक मात्र चश्मदीद गवाह ।
» रामलाल की कहानी शुरू होती है, जब रामलाल की उम्र लगभग 25 साल का था। तब रामलाल कहता है , की उस वक्त , जंगल मे दिन मे भी कोई नही जा सकता ।
» मुझे जब लकड़ी काटनी होती थी तो मै उसके पास वाले जंगल मे जाया करता था। लेकिन वहाँ से भी चुड़ैल की आवाज साफ सुनाई देती थी। कभी किसी की इतनी हिम्मत नही होती थी की कोई व्यक्ति उस जंगल मे अकेला जा सके ।
» हम सभी एक झुंड बनाकर लकड़ियाँ काटने के लिए जाया करते थे । एक दिन एक लड़का हिम्मत करके उस जंगल मे लकड़ी काटने के लिए गया वह लड़का आज तक वापस नही आया ।
» इस जंगल के बारे मे तब बहुत आदमी को पता भी नही था। और उस जंगल के बीच मे से एक छोटा सा रास्ता गुजरता है जो बहुत ही कम समय मे पड़ोस की गाँव को जोड़ता है।
» बहुत सारे लोग उस रास्ते से उस गाँव की तरफ जाने की कोशिश की लेकिन अभी तक उस गाँव मे नही पहुँचा। क्यूंकी उस जंगल मे चाहे रात हर वक्त घने पैर की वजह से हमेशा काली अंधेरा से घेरा हुआ है।
» और उस जंगल की पास मे एक रास्ता है जो करीब 200 मीटर दूरी पर था। लेकिन उस रास्ता से वह गाँव पहुँचने मे बहुत वक्त लगता था।
» मै और मेरे तीन साथी एक दिन बैल गाड़ी से पड़ोस की गाँव मे एक काम की वजह से उस जंगल की बाजू वाली रास्ते से गुजर रहा था ,। तब शाम का वक्त था।
» जब हमारा बैल गाड़ी जंगली की पास से गुजर रहा था तब अचानक दोनों बैल रुक गए। बैल का खेड़ेर ने भी बैल वहाँ से बिल्कुल हिल नही रहा था। मुझे और मेरे साथ भी जो तीन साथी थे। उनको भी कुछ समझ नही आ रहा था। तब कुछ देर बाद ही एक औरत की दर्द भरी आवाज मे रोने की आवाज सुनाई दी।
» हमने तब बैल गाड़ी की ऊपर ही था और ऊपर से देखा को वहाँ कोई भी नही था। तभी हम समझ गया था की वह और कोई नही है वह उस जंगल मे रहने वाली चुड़ैल की रोने की आवाज है।
» हम सब बहुत डर गए थे । तभी बहुत जोर से चिल्लाने की आवाज आने लगी और वहा का सारे पेड़ जोर – जोर से हिलने लगा और जोर – जोर से हवा बहने लगा।
» वह जंगल की किनारे पर आ कर कह रहा है मै सबको मार डालूँगी । और तुम लोग भी यहाँ से बच के नही जा पाओगे । वह चुड़ैल दिखने मे बहुत ही भयानक और डरावनी थी।
» उस चुड़ैल को देख कर हम सब की रूह कांप उठी। ऐसा लग रहा था कि मानो वह आज हमे सभी को खा जाएगी। तभी हम बेत की छड़ी से जोर – जोर बैल को मारने लगा और बैल भागने लगी।
» कुछ देर बाद जब जंगल पार होकर चले आए तब से कोई आवाज सुनाई नही दी । और हम सभी ने उस रात वहीं गाँव पार ही रुक गया और सुबह होने पर वहाँ से उसी रास्ते से आपने गाँव पहुँच गया।
» तब से तार की वक्त उस रास्ते से कोई भी जाने की हिम्मत नही करता । आज भी जब रात होता है तब वह आवाज उस जंगल की बादियों से गूँजती रहती हैं।
» निष्कर्ष :- भूत प्रेत और चुड़ैल डर का एक दूसरा नाम है । इन सब की नाम सुनते ही हमे डर का एहसास होता है। लेकिन इस दुनिया मे कुछ ऐसी ही कुछ ऐसी घटना , ऐसी कहानी , ऐसी ही कुछ चीजे है जो इंसान की साँझ से बिल्कुल बाहर है।