
मगरमच्छ और सोने के सिक्के – Crocodile And Gold Coins
» एक नदी मे एक मगरमच्छ रहता था । वह बहुत चालक था। बहुत सारी मछलियों को खाने के बाद उसने सोचा क्यों न इन्सानो को खाया जाय।
» एक दिन एक आदमी नदी मे नहा रहा था , मगरमच्छ ने उसे पकड़ लिया और खींच के नदी के अंदर ले गया । मगरमच्छ को कई दिनों का भोजन मिल चुका था । लेकिन उस आदमी को मगरमच्छ ने खा लिया ये बात आस – पास के कई गावों मे फैल गई थी । अब कोई भी नदी के पास नही जाता है। मगरमच्छ का मन बहुत परेशान रहने लगा । उसे अब कोई शिकार करने का मौका नही मिल रहा था ।
» एक दिन वह पानी के अंदर तैर कर मछलियों को खाने की कोशिश कर रहा था, तभी उसे पानी मे एक पोटली नजर आई । मगर ने देखा उसमे सोने के सिक्के भरे हुए थे ।
» अब मगर को एक उपाय सुझा उसने उस पोटली को अपनी पीठ के ऊपर रख लिया और पानी की सतह पर घूमने लगा।
» दोपहर के समय गाँव के कुछ किसान अपने खेत मे काम कर रहे थे। सूरज की किरणे जब सोने के सिक्के पर पड़ी तब वह चमकने लगी ।
» उसकी चमक देख कर एक किसान नदी के पास आया तो उसे सोने के सिक्कों से भरी पोटली नजर आई। दूर से उसे पोटली के नीचे मगर जो की पानी के अंदर था वह नही दिखा।
» वह किसान सोने के लालच मे जैसे ही पानी मे गया मगर ने उसका पैर पकड़ कर खींच लिया।
» अब मगर का यह दिन का काम हो गया। वह दोपहर के समय नदी के किसी न किसी किनारे पर अपनी पीठ पर सोने के सिक्कों की पोटली रख कर पहुँच जाता । सीधे सादे गाँव वाले सोने के लालच मे मगर का शिकार बन जाते थे।
» कई गाँव मे यह बात फैल जाती है । की मगरमच्छ लोगों का शिकार कर रहा था । लेकिन किसी को भी यह नही पता लगता की मना करने के बाद भी लोग नदी के पास क्यों चले जाते हैं।
» एक दिन सबही गाँव वालों ने मिल कर पंचायत की उसमे फैसला लिया गया की नदी के किनारे पर पहरा देने के लिए गाँव के कुछ नौजवान जो दूर खड़े रहकर नदी पर नजर रखेंगे की कोई नदी मे न जाए।
» गाँव के नौजवानों को नदी के किनारे पर खड़ा कर दिया गया । मगरमच्छ ने जब यह सब देखा तो वह कुछ दिन के लिए वहाँ से दूर चला गया । पोटली को उसने एक पत्थर के नीचे छुपा दिया।
» जब से नदी के किनारे लोगों को खड़ा किया गया। एक भी आदमी के मरने की खबर नही आई कुछ दिन बाद लोग बेफिक्र हो गए। उन्हे लगा की मगरमच्छ नदी के साथ कही और चला गया ।
» धीरे – धीरे नदी के पास – आस से लोग हट गए और अपने – अपने काम मे लग गए। कुछ दिन सब ठीक चलता रहा लेकिन दो महीने बाद गाँव के लोग फिर से गायब होने लगे । इससे सब बहुत परेशान हो जाते है।
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» गाँव वाले इकट्ठे होकर कलेक्टर साहब के पास जाकर फ़रियाद करते हैं। कलेक्टर साहब शहर से दो शिकारियों को बुलाया और उन लोगों को नदी के किनारे छिपा दिया था ।
» दोनों शिकारी छिप कर देखने लगते हैं की मगर कब आता है । लेकिन कुछ दिन मगर नही आता । फिर वो एक दो किसानों से बात करके उन्हे ही नदी के किनारे घूमने के लिए कहते हैं और शिकारी छिप कर उन पर नजर रखते हैं।
» एक दिन मगर नही वहीं सोने के सिक्कों की पोटली लेकर पानी पर तैरता दिखाई देता है। सिक्कों की चमक से किसान और शिकारियों को सारी बात समझ मे आ जाती है।
» दोनों शिकारी छिप कर पोटली के आस पास निशाना लगा कर गोलियों चला देते हैं। जिससे मगर मार जाता है सबही गाँव वालों की जान मे जान आती हैं। कलेक्टर साहब वो सोने के सिक्कों की पोटली उन दोनों शिकारियों को ईनाम के रूप मे दे देते हैं।