एक चरवाहे से राजकुमारी की प्रेम कहानी – Love Story In Hindi । Hindi Love Story । Love Stories ।

एक चरवाहे से राजकुमारी की प्रेम कहानी - Love Story In Hindi । Hindi Love Story । Love Stories । Hindirama.com

एक चरवाहे से राजकुमारी की प्रेम कहानी – Love Story In Hindi

» एक राजकुमारी अनन्या को महल की दीवारों के भीतर की जिंदगी हमेशा बोझिल लगती  थी हर दिन वही शाही भोज वही कठोर नियम और वही  बनावटी लोग उसकी आत्मा कुछ और चाहती थी मुक्ति सच्चायी और वह दुनिया जो ऊँची दीवारों के  बाहर थी । एक दिन राजकुमारी ने अपनी सखियों के साथ जंगल मे सैर पर जाने कि जिद की राजा बलवीर ने पहले मना किया लेकिन फिर उसकी जिद्द के आगे झुकते हुए एक बड़ा सैनिक दल उसके साथ भेज दिया ।

» जंगल की गहरी हरियाली मे सैर करते हुए राजकुमारी की नजर एक छोटी पहाड़ी पर चढ़ती भेड़ों के झुंड और उनके रखवाले पर पड़ी वह चरवाहा जिसका नाम आरव था अपनी मधुर बाँसुरी की धुनों मे खोया हुआ था ।  राजकुमारी को यह दृश्य बेहद अलग और सुंदर लगा ।

» उसने अपनी सखियों से कहा देखो यह जीवन कितना सरल और शांत लगता है लेकिन जब सैनिकों ने चरवाहे के करीब जाने का सुझाव दिया तो राजकुमारी ने उन्हे दिया वह हमारा अतिथि नही है उसे  डराने की जरूरत नही उसने सख्त लहजे मे कहा वही दूसरी ओर चरवाहा अरब ने राजकुमारी की झलक देखी लेकिन उसकी नजरे आदर से झुकी रही वह  समझ चुका था कि यह कोई साधारण युवती नही बल्कि राज महल से आई है ।

» कुछ दिनों बाद राजकुमारी ने महल से बाहर जाने की जिद की और इस बार वह अपनी पहचान छिपा कर अकेले जंगल मे गई उसने सादे कपड़े पहन लिए ताकि कोई उसे राजकुमारी ना समझ सके वह उसी जगह गई जहाँ अरब अपनी भेड़ों के साथ होता था जंगल के बीचों बीच जब अरब ने उसे देखा तो उसने विनम्रता से पुछा देवी क्या आप रास्ता भटक गई हैं ।

» राजकुमारी ने मुसकुराते हुए जवाब दिया नही मै सिर्फ इन पहाड़ियों की सुंदरता देखने आई हूँ तुम यहाँ क्या करते हो अरब ने सहजता से जवाब दिया मै अपनी भेड़ों का ध्यान रखता हूँ और आणि बाँसुरी के सुरों से उन्हे शांत करता हूँ यह मेरी दुनिया है।

» साधारण और शांति से भरी हुई राजकुमारी ने उसके शब्दों मे सच्चाई और उसके जीवन की सरलता को महसूस किया वह अरब से प्रभावित हुई लेकिन उसे अपनी पहचान बताने की हिम्मत नही  हुई उसने  खुद को एक साधारण लड़की के रूप मे प्रस्तुत किया महल मे राजा बालवीर को राज्य के कोश मे घटाव की खबर मिली मंत्री ने बताया कि महल का खजाना तेजी से खाली हो रहा है ।

» राजा परेशान हो गए और उन्होंने तुरंत एक सभा बुलाई राजकुमारी अनन्या भी इस बैठक मे शामिल हुई राजा ने कहा हमारे राज्य मे या तो चोरी हो रही है या हमारी योजनाओ मे गंभीर चूक है ।

» हमे तुरंत समाधान  खोजना होगा मंत्री ने सुझाव दिया राजा साहब हमे गाँवों का दौरा करना चाहिए वहाँ के लोगों से उनकी समस्याए और जरूरते जाननी होगी शायद इस समस्या की जड़ वही हो राजकुमारी ने मौका पाकर कहा पिताजी मुझे भी इस दौरे पर जाने दीजिए मै देखना चाहती हूँ , कि हमारे राज्य के लोग कैसे रहते हैं राजा बालवीर ने पहले हिचकिचा हुए , अनुमति दी लेकिन यह तय किया कि राजकुमारी पर नजर रखने के लिए सैनिकों को भेजा जाएगा इस दौरे पर राजकुमारी को गाँवों की असली तस्वीर दिखाई दी गरीबी भूख और लोगों की कठिनाइयों ने उसे झक झोर दिया ।

» वही उसने अरब को  फिर से देखा जो एक गाँव के बच्चों को पढ़ा रहा था । उसकी सादगी और दूसरों के लिए करुणा ने उसे और अधिक प्रभावित किया  लेकिन इस बार महल के मंत्री ने भी अरब पर ध्यान दिया मंत्री ने राजा को बताया इस चरवाहे का प्रभाव गाँव के लोगों पर गहरा है , वह उनकी बात सुनता  है और उन्हे प्रेरित करता है लेकिन क्या यह हमारे लिए खतरा बन सकता है ।

» राजा ने गहराई से सोचते हुए कहा , अगर कोई हमारे राज्य की एकता को चुनौती दे रहा है , तो उसे रोकना  होगा हमे यह चरवाहा कौन है और उसकी मंशा क्या है जानना होगा जंगल के उसी शांत कोने मे राजकुमारी अनन्या ने  अब  अरब से बार – बार मिलने का बहाना ढूंढ लिया हार कुछ दिनों मे वह साधारण वेशभूषा मे महल से निकलती और भेड़ों के झुंड के पास जाकर बैठ जाती शुरूआत से अरब ने उससे ज्यादा सवाल नही किये

» वह विनम्रता से अपनी बाँसुरी बजाता और कभी – कभी उसके सवालों के जवाब भी दे देता राजकुमारी भी धीरे- धीरे उसकी सरल बातों और शांत स्वभाव से प्रभावित होने लगी एक दिन जब राजकुमारी ने पूछा तुम इतना खुश कैसे रहते हो तुम्हारे पास तो कोई धन दौलत भी नही है अरब मुस्कुराया और बोला धन  दौलत खुशियां नही देती मेरे पास मेरी भेदे हैं ।

» यह पहाड़ियाँ हैं और शांति है बस यही काफी है । राजकुमारी उसकी सादगी पर मुस्कुराई और बोली तुम्हारी बातों को सुनकर मुझे लगता है कि मै भी अपनी दुनिया से भागना चाहती हूँ । वहाँ सब कुछ दिखाए का है । अरब ने ध्यान से उसकी बात सुनी लेकिन वह यह समझ नही सका कि उसकी दुनिया कितनी अलग है कुछ ही  मुलाकातों मे दोनों की बातचीत ज्यादा सहज हो गई ।

» अरब ने उसे चरवाहों की जिंदगी के छोटे – छोटे पहलुओ के बारे मे बताया राजकुमारी को अपनी भेड़ों के नाम भी बताने शुरू कर दिए और यह भी कि कैसे  हर  एक की आदते हैं ।

» एक दिन उसने राजकुमारी को बाँसुरी पकड़ाई और कहा तुम भी इसे बजने कि कोशिश करो राजकुमारी ने हँसते हुए कहा , मै यह कभी नही कर पाऊँगी कोशिश तो करो,  अरब ने कहा राजकुमारी ने बाँसुरी बजाने की कोशिश की लेकिन उससे सिर्फ एक अजीब सा सुर निकला अरब ने हँसते हुए कहा चलो तुमने कोशिश तो की बस अभ्यास की जरूर त है ।

» महल मे राजा बलवीर अब राज्य के और प्रजा की स्थिति को लेकर चिंतित थे मंत्री ने सुझाव दिया हमारे खजाने मे जो कमी आ रही है वो या तो किसी बड़े षड्यन्त्र का हिस्सा है या फिर हमारी व्यवस्था मे कोई गंभीर गड़बड़ी है हमे इसका हल ढूँढना होगा।

» राजा ने पूरे राज्य के गाँवों का निरीक्षण करने का आदेश दिया इसके लिए उन्होंने विशेष अधिकारी नियुक्त किये और कहा हमे गाँव के आँकड़े चाहिए अगर कोई समस्या है तो तुरंत हमे समाधान करना होगा । राजकुमारी ने यह सब सुना लेकिन उसका ध्यान जंगल कि ओर ज्यादा रहता वह हर बार बहाना बनाकर जंगल जाने की कोशिश करती एक दिन राजकुमारी जगनल पहुंची तो अरब ने उससे कहा तुम हर बार यहाँ क्यों आतीं हो तुम्हारी अपनी कोई दुनिया नही हैं । 

» राजकुमारी ने जवाब दिया मेरी दुनिया बहुत जटिल है यहाँ आकर मुझे सुकून मिलता है अरब ने धीरे से कहा हर किसी को अपनी दुनिया का सामना करना चाहिए

» भागने से सुकून नही मिलता राजक उसकी बातों मे खो गई उसने सोचा कि यह साधारण चरवाहा कितनी बड़ी-बड़ी बाते कर सकता है । महल मे राजा ने अपनी जांच तेज कर दी उन्होंने गुप्त चरों को भेजकर यह पता लगाने का आदेश दिया । कि खजाने मे कमी का असली कारण क्या है इस बीच मंत्री ने एक और बड़ी समस्या की ओर ध्यान दिलाया । गाँवों मे के नया नाम उभर रहा है अरब नाम के चरवाहे का लोग उसकी बाते सुनते हैं और उसकी सराहना करते हैं हमे यह देखना होगा कि क्या हमारी सत्ता के लिए खतरा बन सकता है।

» राजा ने आदेश दिया इस चरवाहे कि हर गतिविधि पर नजर रखी जाए लेकिन ध्यान रहे उसे यह एहसास ना हो कि हम उसकी जांच कर रहे  है । राजकुमारी और अरब की दोस्ती गहरा जा रही थी अरब अब राजकुमारी को अपने  दोस्तों के बारे मे बताने लगा और उसे गाँव के छोटे – छोटे त्यौहारों की कहानियाँ सुनाने लगा लेकिन अरब अभी  भी नही जानता था कि वह जिससे बात कर रहा है वह कोई साधारण लड़की नही बल्कि पूरे राज्य की राजकुमारी है इधर महल मे राजा बालवीर की चिंता और बढ़ती जा रही थी ।

» खजाने की कमी गाँवों मे बढ़ती असंतोष की खबरे और अब इस नए चरवाहे की बाते यह सब मिलकर किसी बड़े तूफान की आहट दे रहे थे जंगल की ओर जाते हुए राजकुमारी अनन्या ने के बार फिर साधारण ग्रामीण वेशभूषा धारण की वह हल्के भूरे रंग की साड़ी पहने सिर पर एक साधारण कपड़ा लपेटे और पैरों मे सादे चप्पल पहने निकली उसकी ही पहचान इस साधारण वेशभूषा  के नीचे पूरी तरह छिप गई थी राजा बलवीर ने उसकी सुरक्षा के लिए सैनिकों से साधारण ग्रामीण लड़की जैसा व्यवहार करने के कारण सैनिक उसे पहचान नही पा रहे थे वह जंगल मे अरब से मिलने के लिए आसानी से निकल गई जैसे ही वह अरब के पास पहुंची अरब भेड़ों के झुंड के साथ बैठा बाँसुरी बजा रहा था।

» उसकी बाँसुरी की धुन हमेशा की तरह मधुर और शांति देने वाली थी राजकुमारी ने उसे देख कर मुसकुराते हुए कहा तुमहर बाँसुरी हर  बार मुझे यहाँ खींच लाती है अरब ने मुसकुराते हुए जवाब दिया और तुम्हारी जिज्ञासा हर बार तुम्हें यहाँ ले आती है आज तुम्हारा चेहरा पहले से ज्यादा खुश लग रहा है क्या राजकुमारी ने मुसकुराते हुए कहा, कुछ खास नही बस मै तुमसे कुछ नई कहानियाँ सुनना चाहती हूँ !

» अरब ने उसे एक बड़ी चट्टान पर बैठने का इशारा किया और कहा  ठीक है लेकिन पहले मुझे यह बताओ तुम कौन हो तुम्हारे सवाल और बात किसी साधारण गाँव की लड़की की तरह नही लगती राजकुमारी ने  हँसते हुए कहा बस एक जिज्ञासु लड़की हूँ जो दुनिया को  समझना चाहती है। और तुम कौन हो तुम्हारे  पास इतनी सादगी मे भी इतनी समझदारी कहाँ से आई अरब ने सरलता से जवाब दिया जब तुम्हारे पास खोने को  कुछ ना हो तो तुम हर चीज को गहराई से देखना सीखते हो।

» जीवन मुझे सिखाता है बस इस दौरान राजा के सैनिक जंगल मे इधर – उधर गश्त लगा रहे थे वे दूर से राजकुमारी  को देख सकते थे, लेकिन साधारण वेशभूषा और उसकी बदली हुई चाल ढाल के कारण वे उसे पहचान नही सके यह तों किसी गाँव की साधारण लड़की लगती है। राजकुमारी नही हो सकती । एक सैनिक ने कहा, हाँ राजकुमारी तो हमेशा शाही पोशाक  मे होती  है। यह औरत तो साधारण सी दिखती है ।

» दूसरे ने जवाब दिया राजकुमारी ने सैनिकों को अपनी ओर देखते हुए महसूस किया लेकिन उन्हे अनदेखा करते हुए अरब की अरब की ओर ध्यान दिया वह जानती थी कि उसकी वेशभूषा और साधारण व्यवहार उसकी पहचान छिपाने मे मददगार होगा अरबं ने उसे अपनी भेड़ों के बारे मे बताया यह भेड़े मेरी दुनिया है हर एक की अपनी खासियत है देखो वह जो सफेद भेड़ है वह हमेशा झुंड से अलग चलती है और वह काली  भेड़ व सबसे समझदार है ।

» राजकुमारी ने भेड़ों की ओर देखते हूए  कहा तुम्हारी जिंदगी कितनी सरल और सुखद लगती है मै सोचती हूँ की कभी- कभी मेरे पास भी ऐसा ही जीवन होता अरब ने उसकी बात सुनकर कहा जिंदगी कभी आसान नही होती चाहे तुम राजा हो या चरवाहा बस संतोष ही सच्ची खुशी लाता है महल मे राजा बालवीर को प्रजा से जुड़ी नई समस्याओ की खबरे मिलने लगी गाँवों मे असंतोष बढ़ रहा था और खजाने की कमी अब चिंता का विषय बन गई थी ।

» मंत्री ने राजा से कहा हमारे पास ज्यादा समय नही है अगर हमने जल्द समाधान नही निकाला तो प्रजा का भरोसा टूट सकता है राजा ने एक बार  फिर अपनी जांच बढ़ाने के आदेश दी उन्होंने कहा हर गाँव का निरीक्षण किया जाए और य ह पता लगाया जाए की खजाने मे यह कमी कैसे आ रही है जंगल मे राजकुमारी और अरब की मुलाकाते बढ़ती जा रही  थी । उनकी दोस्ती अब और गहरी होने लगी थी ।

» लेकिन अरब अब भी नही जानता था कि वह जिससे बाते कर रहा है वह कोई साधारण लड़की नही बल्कि पूरे राज्य की राजकुमारी है जंगल की मुलाकातों ने राजकुमारी अनन्या और अरब के बीच गहरी दोस्ती को जन्म दिया हर मुलाकात मे राजकुमारी अरब से नई बाते सिख और अपनी शाही जिंदगी की समस्याओ को कुछ देर के लिए भूल जाती थी ।

» अरब की सादगी उसके जीवन के प्रति संतोष और उसकी बाँसुरी की धुनों ने राजकुमारी के दिल मे के नई भावना जगा दी थी लेकिन वह इसे अभि तक पूरी तरह समझ नही पाई थी एक दिन राजकुमारी ने अरब से पुछा अगर तुम्हें राजा बनने का मौका मिले तो तुम क्या करोगे ?

» अरब ने बाँसुरी नीचे रखते हुए कहा राजा बनने का सपना मैंने कभी नही देखा लेकिन अगर मै राजा होता तो मै सबसे पहले यह सुनिश्चित करता कि हर व्यक्ति को भोजन आश्रय और शिक्षा मिले लेकिन मुझे लगता है मै अपनी भेड़ों और इस जंगल के बिना अधूरा रहूँगा  राजकुमार उसकी बातों मे खो गई उसने सोचा इतनी साधारण जिंदगी जीने वाला इंसान भी इतना गहराई से सोच सकता है , काश  मै भी इस तरह सोच पाती अरब ने उससे पुछा तुम्हारी दुनिया कैसी है क्या वहाँ सब खुश रहते हैं ?

» राजकुमारी ने हल्की उदासी के साथ  जवाब दिया मेरी दुनिया मे सब कुछ दिखावे का है वहाँ लोग एक दूसरे को जानने के बजाय उनके पद और संपत्ति को महत्व देते हैं । अरब ने मुस्कुरा कर कहा तो फिर तुम यहाँ क्यों आती  हो राजकुमारी ने कहा , उसकी आँखों मे देखते हुए शायद इसलिए कि यहाँ मुझे सुकून मिलता है और तुम्हारे साथ बात करके मुझे ऐसा लगता है कि मै खुद को थोड़ा और समझने लगी हूँ।

» उनकी मुलाकाते अब ज्यादा लंबी होने लगी थी राजकुमारी और अरव के बीच एक अजीब सा खिचाव महसूस होने लगा था एक दिन जब सूरज ढल रहा था। और जंगल की रोशनी सुनहरी हो गई थी अरब ने अचानक कहा तुम्हारी हंसी इस जंगल के हर फूल से ज्यादा खूबसूरत है राजकुमारी थोड़ा चौकी लेकिन फिर मुस्करा दी तुम्हारे शब्द हमेशा इतने खास क्यों लगते हैं उसने पुछा अरब ने जवाब दिया शायद इसलिए कि तुम्हारे साथ बाते करना मेरी बाँसुरी बजाने से भी ज्यादा सुकून देने वाला है , उनकी आंखे मिली और दोनों के बीच एक अनकही भावना ने जन्म लिया ।

» महल मे राजा बालवीर को गुप्त चरों से खबर मिली कि जंगल के पास एक साधारण ग्रामीण लड़की अक्सर जाती है लेकिन यह लड़की कौन यह अभी तक पता नही चल पाया मंत्री  ने राजा से कहा हो सकता है कि यह कोई साधारण बात ना हो हमे इसे गंभीरता से लेना चाहिए एक शाम जब राजकुमारी अरब के पास पहुंची तो , उसने देखा कि अरब किसी गहरी सोच मे है, उसने पुछा क्या हुआ तुम इतने चुप क्यू हो ? उसने पूछा अरब ने धीरे से कहा क्योंकि मुझे लगता है मै तुम्हें पसंद करने लगा हूँ ।

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» तुम्हारे बिना यह जंगल खाली लगने लगा है , राजकुमारी ने उसकी आँखों मे देखा उसकी सादगी और सच्चाई ने उसे गहराई तक छु लिया उसने पहली बार अपने दिल की बात कही अरब मुझे भी ऐसा ही लाता है लेकिन मेरी जिंदगी बहुत जटिल है। मै तुम्हें अभी ये सब नही समझा सकती अरब ने मुसकुराते हुए कहा तुम्हारी  सच्चयी मेरे लिए काफी  है। मै इंतजार कर सकता हूँ , राजकुमारी और अरब का प्यार अब गहराने लगा था । लेकिन राजकुमारी की पहचान अभी भी छिपी थी राजा के गुप्त कहर उनकी हरकतों पर नजर रखने लगे थे । जंगल की सुनहार शाम मे राजकुमारी अनन्या और अरब एक चट्टान के पास बैठे थे । आसमान नारंगी रंग से रंगा हुआ था।

» और अरब बाँसुरी की धुन चारों ओर गूंज रही थी राजकुमारी की आंखे दूर पहाड़ियों पर टिकी थी , लेकिन उसका ध्यान अरब पर था। उसने कुछ देर चुप रहने के बाद कहा , अरब मुझे तुमहरे साथ ऐसा लगता है , कि मै अपनी असली पहचान खोज रही हूँ। मै नही जानती कि यह कैसा एहसास है, लेकिन यह मुझे बार – बार तुम्हारे पास खींच लाता है अरब ने बाँसुरी नीचे रख दी और उसकी आँखों ओर देखते हुए कहा मै भी कुछ दिनों से यही महसूस कर रहा तुम्हारी मौजूदगी ने मेरी साधारण दुनिया मे रंग भर दिए हैं ।

» मै तुमहरे बिना अब इस जंगल की कल्पना नही कर सकता दोनों की आँखों मिली और उनके बीच का मौन सब कुछ कह गया क्या यह प्यार है अब राजकुमारी ने धीरे से पूछा शायद अरब ने मुसकुराते हुए कहा अगर प्यार वही है जिसमे तुम्हारे बिना जीने का ख्याल भी मुश्किल लगे राजकुमारी नेउसकी बात सुनकर अपना हाथ उसकी ओर बढ़ाया अरब ने उसका हाथ थाम लिया यह उनका प्रेम का पहला स्वीकार था जो शब्दों से ज्यादा उनकी आँखों और भावनाओ मे झलक रहा था।

» इधर राजा बालवीर ने राज्य के ग्रामीण इलाकों मे खजाने की कमी को पूरा करने के लिए नए कर लगाने का आदेश दे दिया मंत्री ने सुझाव दिया ग्रामीण पहले ही परेशान है। मगर हमने ज्यादा कर वसूली की तो विद्रोह की संभावना बढ़ सकती है , लेकिन राजा ने गुस्से मे कहा अगर प्रजा विद्रोह करती है तो हमारी सेना उसे कुचल देगी राज्य का खजाना खाली हो रहा है , और इसे भरने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा ।

» ग्रामीणों पर सख्ती बढ़ा दी गई कर वसूली के नाम पर सैनिक गाँवों मे जबरदस्ती घुसकर अनाज मवेशी और धन ले जाने लगे गरीब किसान जो पहले ही सूखे और कठिनइयों से जूं रहे थे  । अब इस नए अत्याचार से और टूटने लगे अरव जब राजकुमारी से मिलकर अपने गाँव लौटा तो उसने देखा किसैनिक गाँव मे लूटपाट मचा रहे थे । एक बूढ़ा किसान जिसकी एकमात्र भैंस सैनिक छीनकर ले जा रहे थे चीख रहा था यह मेरी जिंदगी है इसे मत ले जाओ ।

» अरब ने आगे बढ़ कर सैनिकों से कहा , आप यह अन्याय क्यों कर रहे हैं , क्या राजा को यह सब पता है। सैनिकों ने अरब को धक्का देते हुए कहा राजा के आदेश का पालन करना हमारा कर्तव्य है  अगर ज्यादा बोलोगे तो तुम्हें भी सजा मिलेगी अरब ने अपनी आखों मे आक्रोश ली देखा लेकिन उसने कुछ नही कहा उसने सोचा अगर ऐसा ही चलता रहा तो , यह अन्याय बहुत दूर तक जाएगा अगली  मुलाकात मे अरब ने राजकुमारी से गाँव मे हो रहे अत्याचार की बात की राजा के सैनिकों ने गरीबों  का सब कुछ छिन रहे हैं ।

» यह कब तक चलेगा उसने पुछा राजकुमारी ने गहरी सांस लेते हुए कहा मुझे यह सब सुनकर दुख हो रहा है लेकिन राजा को  क्या पता नहीहोगा कि, उसकी प्रजा कितनी तकलीफ मे है । अरब ने गंभीर स्वर  मे कहा अगर राजा को पता है और फिर भी वह कुछ नही कर रहे हैं तो वह राजा कहलाने के लायक नही । एक सच्चा राजा अपनी प्रजा का ख्याल रखता है । ना कि उन पर अत्याचार करता है ।

» राजकुमारी का दिल भारी हो गया वह जानती थी कि राजा बालवीर उसके पिता हैं, और यह सब सुनकर उसे अपने रिश्ते और कर्तव्य के बीच कि खाई साफ दिखने लगी अरब ने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा अनन्या तुम कौन हो ? यह मेरे लिए मायने नही रखता लेकिन मैं जानता हूँ , कि तुम्हारे पास एक शक्ति है तुमसे उम्मीद है कि तुम इस अन्याय के खिलाफ कुछ करोगी ।

» राजकुमारी ने अपना सिर झुका कर कहा अरब मैं कुछ कर सकती हूँ। लेकिन मेरे सच को जानने के बाद भी क्या तुम मुझे वैसे ही देख पाओगे अरब ने उसके चेहरे को छूते हुए कहा तुम्हारी सच्चयी कुछ भी हो , लेकिन मेरे लिए तुम वही रहोगी जिसने मेरे जीवन को बदल दिया जंगल की शान शाम मे राजकुमारी अनन्या  और अरब अपनी सामान्य जगह पर बैठे थे सूरज ढल चुका था और हल्की चाँदनी चारों ओर फैल गई थी।

» दोनों ने अपने दिल की बात  साँझा की थी और उनके  बीच केवल सच प्यार का एहसास था । लेकिन उनकी गहरी बातचीत को छिपकर देख रहा था राजा का एक गुप्त चर उसने तुरंत महल लौटकर राजा बालवीर को यह खबर दी महल मे गुप्तचर ने राजा से कहा महाराज आपकी बेटी राजकुमारी अनन्या जंगल मे एक साधारण चरवाहे के  साथ समय बिता रही हैं। वह अपने राजसी वेशभूषा मे नही बल्कि ग्रामीण वेशभूषा मे जाती है । वह चरवाहा अरब नाम का एक युवक है।

» राजा बालवीर गुस्से से लाल हो गये एक साधारण चरवाहा और मेरी बेटी यह कैसे हो सकता है। उन्होंने तुरंत अपने सैनिकों को आदेश दिया , उस चरवाहे को पकड़कर मेरे सामने लाओ और राजकुमारी को अपने महल के कक्ष मे बंद क र दों ।

» वह अब कही नही जाएगी अगले दिन जब अरब अपने गाँव मे भेड़ों के साथ था राजा के सैनिक वहाँ पहुंचे उन्होंने अरब को बिना कुछ बताए उसे पकड़ लिया । मुझे क्यों ले जा रहे हो? अरब ने चिल्लाते हुए पुछा सैनिकों ने कहा राजा के आदेश का पालन करो तुम्हें कोठरी मे डालने का हुक्म हुआ है गाँव वाले यह सब देखकर डर गए अरब की माँ ने सैनिकों से रोते हुए कहा , मेरा बेटा निर्दोष है , उसे मत ले जाओ लेकिन सैनिकों ने किसी कइ एक ना सुनी और अरब को खींचते हुए महल ले गए ।

» महल मे राजा बालवीर मे अरब को देखते ही कहा तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी बेटी के करीब आने कि तुम्हारी औकात क्या है अरब ने राजा के आँखों मे देखकर कहा प्यार मे कोई औकात नही देखि जाती महाराज मैंने कभी राजकुमारी को उनकी पहचान के कारण  नही चाहा मैंने उन्हे उनकी सादगी और इंसानियत के लिए चाहा राजा का गुस्सा और बढ़ गया उन्होंने सैनिकों से कहा इसे काल कोठरी मे डाल दो और इसे इतना सड़ा दो कि इसे अपने कर्मों का पछतावा हो ।

» उधर राजकुमारी अनन्या को जब पता चला कि अरब को पकड़ लिया गया है , तो उसने अपने कमरे से निकलने की कोशिश की लेकिन द्वार पर खड़े सैनिकों ने उसे रोक दिया आपके पिता ने आदेश दिया है कि आप अपने कक्ष से बाहर नही जा सकती सैनिकों ने कहा राजकुमारी ने गुस्से मे कहा यह अनन्या है, मुझे बाहर जाने दो लेकिन उसकी आवाज महल की दीवारों मे कैद होकर रह गयी । गाँव मे राजा के सैनिकों ने अरब के परिवार पर अत्याचार करना शुरू कर दिया ।

» यह चरवाहा राजा के खिलाफ जाने की हिम्मत करता है इसका परिवार भी इस अपराध का खामियाजा भोगे सैनिकों ने कहा अरब के घर का सारा अनाज जप्त कर लिया गया । उसकी माँ को घर से बाहर निकाल दिया गया उनके जानवर छीन लिया गया गाँव डर के कारण कुछ नही कर पा रहे थे लेकिन उनके भीतर धीरे – धीरे विद्रोह की भावना जन्म ले रही थी।

» अपने कक्ष मे बंद राजकुमारी ने रोते हुए सोचा अरब निर्दोष है उसका अपराध सिर्फ इतना है कि उसने मुझेसे प्यार किया मुझे कुछ करना होगा मै उसे ऐसे नही छोड़ सकती उसने अपनी दासी से कहा मेरे पिता के खिलाफ जाना खतरनाक हो सकता है लेकिन मैं अपने प्यार और अपने वचन को नही तोड़ सकती क्या तुम मेरी मदद करोगी दासी ने सहमते हूए कहा मैं आपकी जान जोखिम मे नही डाल सकती लेकिन आप कहे तो मैं आपकी चिट्ठी अरब तक पहुँचा सकती हूँ ।

» महल के गलियारों मे सन्नाटा था । लेकिन इस सन्नाटे के पीछे एक बड़ी खबर धीरे – धीरे पूरे राज्य मे फैल रही थी राजकुमारी अनन्या गर्भवती थी यह खबर सबसे पहले महल  के गुप्तचर को पता चली जिसने इसे राजा बालवीर तक पहुंचाया जब राजा बालवीर को यह खबर मिली तो उनका गुस्सा  आसमान छूने लगा यह असंभव है उन्होंने गरजते हुए कहा मेरी बेटी ने हमारे परिवार के सम्मान को दागदार कर दिया और वह भी एक साधारण चरवाहे के साथ मंत्री और दरबारी भी स्तब्ध रह गए ।

» राजा ने तुरंत राजकुमारी को अपने दरबार मे बुलाया । राजकुमारी अनन्या को सैनिकों ने उसके कक्ष से बाहर लाकर दरबार मे खड़ा किया वह बेहद शांत थी । लेकिन उनकी आँखो मे एक अजीब सि दृढ़ता थी। क्या यह  सच है राजा ने गुस्से मे पुछा राजकुमारी ने राजा कि आँखों मे देखते हुए कहा हा यह सच है और मै इसके लिए शर्मिंदा नही हूँ। राजा ने गुस्से मे अपने को मुकुत को फेंकते हुए कहा तुमने हमारे परिवार का नाम मिट्टी मे मिला दिया है।

» तुम्हें उस चरवाहे से प्यार करने की सजा तो दी जाएगी । लेकिन अब यह मामला और भी बड़ा हो गया है। तुमने हमारे राज घराने के खून को अपमानित किया है। महल के नौकर चाकर और गुप्तचर इस खबर को लेकर फुसफुसाना पूरे राज्य मे फैल गई गाँव और शहर मे हर तरफ यही चर्चा थी राजकुमारी अनन्या गर्भवती हैं ।

» पिता कोई साधारण चरवाहा है, कुछ लोगों ने इसे प्रेम की मिसाल माना जबकि अन्य इसे राज घराने का अपमान समझ रहे थे। ग्रामीणों मे अरब की साहसिक छबि उभरने लगी लोग कहने लगे उसने राजा के खिलाफ जाकर भी राजकुमारी का दिल जीता लेकिन राज्य के अभिजात वर्ग और दरबारियों मे इस खबर से हड़कंप मच गया ।

» राजा ने  गुस्से मे आदेश दिया अरब के परिवार को और सताओ उसके घर की जमीन छीन लो । और गाँव को सबक सिखाओ कोई भी मेरे खिलाफ बोलने की हिम्मत ना करे सैनिक अरब के गाँव मे गए और उसकी  माँ को घर से निकाल दिया ग्रामीणों को धमकाया गया कि अगर उन्होंने अरब की मदद की तो उन्हे पिता से कहा  आप जितना क्रोध करे मै अपने प्यार से पीछे नही हटूँगा ।

» यह बच्चा मेरे और अरब के प्यार का  प्रतीक है मै इसे हर हाल मे जन्म दूँगी राजा बालवीर ने उसकी बात सुनकर और भी क्रोधित होते हुए कहा मै इसे सहन नही कर सकता तुम्हें और तुम्हारे बच्चे को इस महल मे कोई जगह नही हैं लेकिन राजकुमारी ने शांत स्वर मे कहा मै कही नही जाऊँगी ।

» यह मेरा बह घर है और इस बच्चे को आप चाहे या ना चाहे यह मेरे जीवन का हिस्सा रहेगा काल कोठरी मे बंद अरब को इस खबर का पता तब चला जब एक गुप्त रूप से मिलने आए ग्रामीण ने उसे बताया अरब राजकुमारी गर्भवती है यह खबर पूरे राज्य मे फैल गई है अरब के चेहरे पर आश्चर्य और चिंता दोनों  साफ झलक रहे थे ।

» उसने सोच यह खबर राजकुमारी को कितनी मुश्किलों मे डाल देगी मुझे कुछ करना होगा राजा बालवीर अपनी राजगद्दी पर चिंतित और क्रोधित बैठे थे उनकी बेटी का प्रेम और उसके गर्भवती की खबर ने उन्हे  अपार अपमान का अनुभव कराया था।

» उनकी छवि और राजगद्दी पर संकट मंडरा रहा था इसी तनावपूर्ण माहौल मे एक साधु  महल के द्वार पर आए साधु की भूषा भव्य थी और उनकी उपस्थित मे एक गहरी शांति और आभा थी । सैनिक उन्हे पहचानते थे क्योंकि वह राजा बालवीर के पुराने गुरुओ मे से एक थे ।

» सैनिकों ने तुरंत राजा को सूचित किया साधु को देखकर राजा बालवीर तुरंत उठ खड़े हुए गुरुदेव आपके चरणों मे प्रणाम इतने वर्षों बाद आपके दर्शन हुए कृपया बताइऐ आज यहाँ आने का कारण क्या है राजा ने विनम्रता से कहा साधु ने राजा को आशीर्वाद देते हुए कहा राजा बालवीर मुझे तुम्हारी चिन्ता का समाचार मिला है ।

» मैं जानता हूँ , कि तुम अपनी बेटी और उसकी परिस्थितियों को लेकर परेशान हो इसलिए मैं यहाँ आया हूँ राजा ने अपनी कुंठा  और गुस्से को व्यक्त करते हुए कहा गुरुदेव मेरी बेटी ने हमारे परिवार के सम्मान को मिट्टी मे मिला दिया है ।

» वह एक साधारण चरवाहे से प्रेम करती है और अब वह गर्भवती है मैं इसे कैसे सहन कर सकता हूँ साधु ने राजा की बात सुनकर शांत स्वर मे कहा वह हर पिता का हृदय अपनी बेटी के प्रति कठोर हो सकता है, लेकिन एक राजा को अपनी प्रजा और न्याय का भी ख्याल रखना चाहिए।

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शादी के बाद भी पत्नी का बॉयफ्रेंड – Love stories In Hindi । Romantic Love Stories In Hindi ।

» राजा ने हैरानी से कहा गुरुदेव आप यह क्या कह रहे हैं , क्या आप चाहते हैं कि।, मै उनकी शादी की अनुमति दूँ यह राज घराने की प्रतिष्ठा के खिलाफ है साधु मुस्कुराये और बोले राजा प्रेम ऐसा भाव है जो जाति वर्ग और सीमा नही देखता अगर उनका प्रेम सच्चा है तो उसे समाप्त करने की कोशिश तुम्हारे राज्य और तुम्हारे परिवार दोनों के लिए विनाशकारी हो सकता है ।

» राजा ने थोड़ा चिड़ते हुए कहा , गुरुदेव आप मुझसे यह कैसे कह सकते हैं वह केवल एक साधारण चरवाहा है साधु ने राजा को याद दिलाया बालवीर क्या तुम भूल गए कि जब तुम्हारा राज्य दुश्मनों से घिरा हुआ था।

» तब इसी साधारण प्रजा ने अपनी जान की बाजी लगाकर तुम्हारा साथ दिया था यही ग्रामीण तुम्हारे राज्य की रीढ़ है और क्या तुम यह नही मानते कि सच्चा प्रेम दुर्लभ और अनमोल है साधु ने आगे कहा राजकुमारी अनन्या और अरब का प्रेम केवल एक साधारण प्रेम कहानी नही है , यह प्रेम एक परीक्षा है ।

» जिसमे दोनों ने समाज वर्ग और डर के बंधनों को तोड़ने की हिम्मत दिखाई है अगर तुम इस प्रेम को स्वीकार करोगे तो तुमहरे राज्य मे न्याय और समानता का संदेश जाएगा लेकिन अगर तुम इसे नष्ट करने की कोशिश करोगे तो विद्रोह और अपमान से बचना असंभव होगा । राजा बालवीर के चेहरे पर उलझन साफ दिख रही थी।

» उन्होंने धीरे से कहा लेकिन गुरुदेव मैं अपनी प्रतिष्ठा और परम्पराओ को कैसे नजरंअंदाज कर सकता हूँ । साधु ने गंभीरता से कहा बालवीर सच्ची प्रतिष्ठा न्याय और करुणा  से बनती है ना कि क्रोध और अहंकार से तुमने हमेशा मेरी बात मानी  है ,।

» आज मैं तुमसे विनती करता हूँ अपने हृदय को खोलो और अपनी बेटी की खुशी के लिए यह निर्णय लो राजा बालवीर साधु की बातों से प्रभावित हो गए उन्होंने अपनी बेटी और अरब की शादी कराने का निर्णय लिया लेकिन इसके लिए कुछ शर्त रखी राजा ने राजकुमारी के कक्ष मे जाकर कहा अनन्या तुमहारा प्रेम सच्चा है और मै इसे स्वीकार करता हूँ ।

» मै तुम्हारी और अरब की शादी कराने के लिए  तैयार हूँ लेकिन अरब को अपनी  योग्यता साबित करनी होगी राजकुमारी की आँखों मे खुशी के आँसू भर आए उसने कहा पिताजी आपका यह निर्णय मेरे लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है । मै वादा करती हूँ कि अरब हर परीक्षा मे खरा उतरेगा ।

 

Author: Hindi Rama

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